तालिबान शासन में मुल्ला बरादर अखुंद हो सकता है अफगानिस्तान का नया राष्ट्रपति; अब तक 3200 लोगों को निकाल चुका अमेरिका
By: Pinki Wed, 18 Aug 2021 09:16:59
अफगानिस्तान में अब तालिबान सरकार बनाने की तैयारी में है। अफगानिस्तान का नया राष्ट्रपति हो सकता है चरमपंथी संगठन का सह-संस्थापक और राजनीतिक प्रमुख मुल्ला बरादर अखुंद। मुल्ला बरादर अखुंद दोहा से कंधार लौट आया है। उधर, अफगानिस्तान पर कब्जे के बाद तालिबान प्रवक्ता और तालिबानी संस्कृति परिषद का प्रमुख जबीउल्लाह मुजाहिद मंगलवार को पहली बार दुनिया के सामने आया। जबीउल्लाह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर तालिबानी शासन का रोडमैप रखा और कहा, '20 साल के संघर्ष के बाद हम सबने मिलकर अपने देश को अफगानिस्तान से आजाद कराया है। उन्होंने सभी देशों को भरोसा दिलाया कि नए अफगानिस्तान से किसी को भी किसी भी तरह का कोई नुकसान नहीं होगा।'
तालिबान ने कहा, 'काबुल में दूतावासों की सुरक्षा हमारे लिए महत्वपूर्ण है। हम सभी विदेशी देशों को आश्वस्त करना चाहते हैं कि हमारे बल सभी दूतावासों, मिशनों, अंतर्राष्ट्रीय संगठनों और सहायता एजेंसियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए वहां मौजूद हैं।'
महिलाओं के खिलाफ कोई भेदभाव नहीं होगा
बीस साल बाद एक बार फिर अफगानिस्तान की सत्ता में काबिज हुए इस्लामिक समूह ने अपनी पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, तालिबान महिलाओं को इस्लाम के आधार पर उनके अधिकार प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। तालिबान ने कहा वह महिलाओं को इस्लाम के तहत उनके अधिकार देने के लिए पूरी तरह से तैयार है। महिलाएं स्वास्थ्य क्षेत्र और अन्य क्षेत्रों में काम कर सकती हैं, जहां उनकी जरूरत है। महिलाओं के खिलाफ कोई भेदभाव नहीं होगा।
वहीं, दूसरी ओर भारत और अमेरिका अपने-अपने लोगों को काबुल से निकालने में जुटे हुए हैं। अमेरिकी सेना ने अफगानिस्तान से मंगलवार को 13 उड़ानों के जरिए अपने 1100 लोगों को एयरलिफ्ट किया है। अमेरिका अब तक 3200 लोगों को निकाल चुका है। वहीं, अफगानिस्तान में भारत के राजदूत रुदेंद्र टंडन समेत 150 लोगों को एयरफोर्स ग्लोबमास्टर मंगलवार को दिल्ली के हिंडन एयरबेस पहुंचा। यहां से लोगों को बसों और दूसरे वाहनों के जरिए उनके घर भेजा गया। इस दौरान एयरबेस के बाहर मौजूद लोगों ने जय श्रीराम के नारे भी लगाए। न्यूज एजेंसी ANI के सूत्रों के मुताबिक अफगानिस्तान में फंसे बाकी भारतीय भी सुरक्षित इलाके में हैं और एक-दो दिन में उन्हें भी एयरलिफ्ट कर लिया जाएगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे के बाद बने हालात पर मंगलवार को कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी (CCS) की मीटिंग ली। रधानमंत्री ने कहा कि भारत को न सिर्फ अपने लोगों की सुरक्षा करनी चाहिए, बल्कि हमें उन सिख और हिंदू अल्पसंख्यकों को भी शरण देनी चाहिए जो भारत आना चाहते हैं। हमें अपने अफगान भाइयों और बहनों की भी हर संभव मदद करनी चाहिए, जो भारत से उम्मीद कर रहे हैं।
अमरुल्ला सालेह ने खुद को अफगानिस्तान का राष्ट्रपति घोषित किया
अफगानिस्तान में एक तरफ तालिबानी हुकूमत कायम हो रही है। वहीं उप-राष्ट्रपति अमरुल्ला सालेह ने खुद को अफगानिस्तान का राष्ट्रपति घोषित कर दिया है।
उन्होंने कहा, 'राष्ट्रपति अशरफ गनी देश के बाहर हैं। इसलिए संविधान के मुताबिक अब मैं राष्ट्रपति हूं। मैं सभी से समर्थन की अपील करता हूं।'
तालिबान की राजधानी काबुल पर कब्जे के बाद राष्ट्रपति अशरफ गनी ने 3 दिन पहले देश छोड़ दिया था। तब ये अटकलें थीं कि उनके साथ उप राष्ट्रपति अमरुल्ला सालेह ने भी अफगानिस्तान छोड़ दिया है। हालांकि, सालेह के बारे में बताया जा रहा है कि वे अभी पंजशीर में हैं, जहां तालिबान के खिलाफ आगे की रणनीति बनाई जा रही है।
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